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ये दिलों के ताने बाने....
इन्हें हम नहीं बुनते....
अपनी धड़कनों को....
किसी के दिल में....
यूँ ही तो नहीं सुनते....
वज़ह मिलने की कहाँ....
किसी के बस में होती है....
खुद समंदर की प्यास कहीं....
दूर किसी झरने में होती है....
#नवीन
इन्हें हम नहीं बुनते....
अपनी धड़कनों को....
किसी के दिल में....
यूँ ही तो नहीं सुनते....
वज़ह मिलने की कहाँ....
किसी के बस में होती है....
खुद समंदर की प्यास कहीं....
दूर किसी झरने में होती है....
#नवीन
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