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मुहासिबा जख़्म -ए -जिगर का क्या करते हो बशर
किसी भी दर्द का अबतो इसपर होता नहीं है असर
येह बात और है के दबी हुई यादों को कुरेद कर तुम
अपनी हसरतों की मुकम्मल करना चाहते हो कसर
डॉ.एन.आर. कस्वाँ #बशर
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