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मयस्सर हरगिज़ होता नहीं जो चैन-ओ-सुकूँ तख़्त-ओ-ताज़ों में
हासिल हमको हो जाता है बशर शेर-ओ-सुख़न के अल्फ़ाजों में
डॉ.एन.आर.कस्वाँ #बशर
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मयस्सर हरगिज़ होता नहीं जो चैन-ओ-सुकूँ तख़्त-ओ-ताज़ों में
हासिल हमको हो जाता है बशर शेर-ओ-सुख़न के अल्फ़ाजों में
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