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हम अपनी चलती फिरती मज़ार लिए फिरते हैं

Nathuram KaswanNathuram Kaswan March 27, 2023
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अरमान सीनेमें दफ़्न अपने हज़ार लिए फिरते हैं

हम अपनी चलती - फिरती मज़ार लिए फिरते हैं

वक़्तकी दीमक ने बशर जो लिख डाले हैं तब्सिरे

हम सब कुदरत का वोह शाहकार लिए फिरते है

डॉ.एन.आर. कस्वाँ #बशर

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