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ग़रीब किसी गैर से बशर कभी कोई उम्मीद नहीं रखता
उसके जैसी इबादत ए मशक़्क़त कोई मुरीद नहीं रखता
डॉ.एन.आर. कस्वाँ #बशर
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ग़रीब किसी गैर से बशर कभी कोई उम्मीद नहीं रखता
उसके जैसी इबादत ए मशक़्क़त कोई मुरीद नहीं रखता
डॉ.एन.आर. कस्वाँ #बशर
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