
Share0 Bookmarks 16 Reads0 Likes
आदमी जो अपने हुनर पर इतना इतराता है
भूल जाता है मिट्टी है मिट्टी में मिल जाता है
डॉ.एन.आर. कस्वाँ #बशर
No posts
No posts
No posts
No posts
आदमी जो अपने हुनर पर इतना इतराता है
भूल जाता है मिट्टी है मिट्टी में मिल जाता है
डॉ.एन.आर. कस्वाँ #बशर
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments