Share0 Bookmarks 38859 Reads0 Likes
ओ मेहरबां........
लम्हों ने लिया वक्त ज्यादा आपको लाने में......
ओ मेहरबां देर बहुत कर दी आपने आने में......
मंज़िल तक पहुंच ना सकीं कोशिशें हमारी.......
रही होगी कोई तो कमी आपको बुलाने में.......
क्या बताएं! मुहब्बत की ये राह नहीं आसां......
इसमें आतीं हैं मुश्किलें कई
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments