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ख़्वाब
तुमसे मिलने का मैं ख़्वाब देखता हूँ...
रोज़ हुस्न तेरा ये लाजवाब देखता हूँ...
सुकून से बनाया होगा फ़रिश्तोंने तुझे....
कोशिश ये उनकी कामयाब देखता हूँ....
तेरी ये आँखों में समाया है नशा सारा....
इनसे बहती हुई कोई शराब देखता हूँ....
बस तेरा
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