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बता देता, बस यही कुछ ख़राब सा लगा।

वो हाथ छुड़ाने को कब से बेताब सा लगा।।


यूं तो उसके मिलने में गर्मजोशी थी बहुत।

मगर चेहरे पर उसके एक नक़ाब सा लगा ।।


मुझे मायूस देखकर उसने बढ़ाया तो हौसला।

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