
Share0 Bookmarks 88 Reads0 Likes
समय से परिहास का नहीं है समय।
किसी पर विश्वास का नहीं है समय।।
प्यार का हर पल दामन में भर लो ।
क्षण के अवकाश का नहीं है समय।।
छल से,बल से, स्वामित्व का है युग।
अक्षम और दास का नहीं है समय।।
यथास्थिति तत्क्षण विकल्प देखना होगा ।
अनहोनी के आभास का नहीं है समय।।
व्यर्थ है आलोकित विश्व की कल्पना।
इस तमस में प्रकाश का नहीं है समय।।
भोंडी शक्लें अपनी देख खुश हैं सभी।
आईने के अहसास का नहीं है समय ।।
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments