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तुझको भुलाने की कोशिश जारी है
जानता हूं ये अपने आप से गद्दारी है
सुर्ख आंखे हुई हैं मगर रोया नहीं हूं मैं
ये तो बस कल रात की खुमारी है
बस एक दो दिन और जी भर के देख लूं
हटा दूंगा दीवार
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