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जिसे थामने में हमको ज़माने लगे
तुम पल में वो हाथ छुड़ाने लगे
इस पार आए हो जिसकी मदद से
अब कश्ती वही तुम डुबाने लगे
बताई तो तुमने बेरुखी की वजह
गोया किस्से वही सब पुराने लगे
मुझे तो होना ही था बदनाम,तुम
मेरी बदनामी से नाम कमाने लगे
दिल नहीं भरा क्या इतना सताकर
जो ख्वाबों में आकर सताने लगे
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