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जब बचपन हमारा हर बात से अनजान था,
तब कोई कुछ भी कहे,
इसमें हमें कहां कोई नुकसान था,
हंसकर मु
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इसमें हमें कहां कोई नुकसान था,
हंसकर मु
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