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क्या पता चांद टपक जाए......

Nageshwar GiriNageshwar Giri February 26, 2023
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कहने को तो चांद सभी तोड़ ले आते हैं बात बात में ,

मैं मुस्कुराते हुए देखता हूं हर रोज चांद सूनी रात में ,

पानी भरकर रखता हूं आंगन में बस इतनी सी बात है ,

क्या पता चांद टपक जाए किसी दिन और रहने लगे मेरे साथ में ।

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