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मानव:- अगर मैं गुलाब के पौधे की रचना करता तो इतने सुंदर, सरस, सुरभित, सुकोमल
फूलों के साथ इतने निष्ठुर, कर्कश, कटु कांटे कभी न लगाता।
भगवान:- तो जी
फूलों के साथ इतने निष्ठुर, कर्कश, कटु कांटे कभी न लगाता।
भगवान:- तो जी
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