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जुगाली करता हुआ नितांत अकेला एक पशु भी, अपने आप को अकेला महसूस नहीं करता!
तो मैं तर्कसम्मत, विचारशील मनुष्य अपने आप को अकेला कैसे कह सकता हूँ!
इसलिए परिस्थितियाँ कैसी भी ह
तो मैं तर्कसम्मत, विचारशील मनुष्य अपने आप को अकेला कैसे कह सकता हूँ!
इसलिए परिस्थितियाँ कैसी भी ह
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