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चाहे सूर्य की साजिश से रात हो भी जाए, तो भी तुम डरो नहीं, बस चाँद और तारों की तरह दृढ़ संकल्प, कर्तव्य पथ पर अग्रसर रहो।
✍मुक्ता शर्मा त्रिपाठी
हिंदी अध्यापिका
श इं ज सिं स मि स्कूल कोटला शर्फ़ बटाला गुरदासपुर
✍मुक्ता शर्मा त्रिपाठी
हिंदी अध्यापिका
श इं ज सिं स मि स्कूल कोटला शर्फ़ बटाला गुरदासपुर
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