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हे प्रेम तुम्हारी मज़दूरी में.....

Mukta Sharma TripathiMukta Sharma Tripathi December 19, 2021
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हम साहस का ईधन भर, तुम संग सफ़र करते हैं।
हे प्रेम तुम्हारी मज़दूरी में, डर-डर के आगे बढ़ते हैं।
H.D.चैनल चलवा कर।
LED फिट करवा कर।
नये ब्रैंड के तेरे फोन में,
नैट पैक फुल, डलवा कर।।
नई-नई मशीनों से नित, हम अपने घर को भरते हैं।
हे प्रेम तुम्हारी मज़दूरी में, डर-डर के आगे बढ़ते हैं।
हर माह फिल्म दिखलाता हूँ।
Shopping ख़ूब कराता हूँ।
कहीं काम न करना पड़े तुम्हें,
नौकरानी का बोझ उठाता हूँ।।
तुम को प्रिय खुश रखने की, हर पल कोशिश करते हैं।
हे प्रेम तुम्हारी मज़दूरी में, डर-डर के आगे बढ़ते हैं।।
पार्लर न कहीं, रह जाए।
पर्स न खाली रह जाए!
तेरी बड़ी सी अलमारी का,

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