Share0 Bookmarks 48739 Reads1 Likes
वो भी हमको मिल गया है क्या सितम है,
ग़म ही ग़म है क्या ही क्या है क्या सितम है।
देख ले इक मर्तबा तेरी तरफ़ जो,
रात दिन माँगे दुआ है क्या सितम है।
ज़िंदगी मेरी कहीं बस बीत जाए,
बे
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments