गज़ब करते हो's image
Poetry1 min read

गज़ब करते हो

Mohammad AbidMohammad Abid March 22, 2023
Share0 Bookmarks 38 Reads1 Likes
तुम अब हमारे शहर में आते हो, ग़जब करते हो।
हमारा ही दिल भी दुखाते हो, ग़जब करते हो।

काबिल नहीं हो इश्क़ के, मुझको बेवफ़ा कहकर,
मगर तुम अब भी प्यार जताते हो, ग़जब करते हो।

नींदें हराम हो गई, मेरी दुनिया उजाड़ दी तुमने,
ख़ुद मुत्मइन हो ख़्वाब सजाते हो, ग़जब करते हो।

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts