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सालों-साल बीत चला
किसको क्या मिला
यह सोचता हूँ।
वह जो मैं था,
क्या वही हूँ।
यदि वही हूँ,
तो समय क्यों न बदला,
बस बदले भी तो नए अनुभव
उनका क्या करूँ मैं,
क्या मैं उनको भूल जाऊं
या खाद्य-पास् दोहराऊं,
गर खाद्य-पास् दोहराता भी हूँ,
किसको-क्या मिलेगा।
#Thoughts #संशय #अधूरीबातें
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