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अचानक हालात कुछ ऐसे हो गये
कुछ पल के लिए हम सोच में खो गये
ए इशारा मिल रहा है वक़्त से
अब नये चैलेंज में हम खो गये
कहीं मिलेगा बसेरा- सफर
एक सवाल,
मै इन सवालों में उलझ कर रह गयी
नीयत को स्वीकार करना है मगर
कस्मकश मे जग रही थी रात भर
है भर
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