Share0 Bookmarks 48896 Reads0 Likes
वक्त का उतार चढाव विश्वामित्र संग शिक्षा लेने आए, राम लखन दोनों भाई, फूल तोड़ने गए फुलवारी, सीता जी को देख विकल भए रघुराई, धनुष यज्ञ में धनुष तोड़ सीता जी को घर लाए, सीते सीते कह खुश रहते थे रघुराई ,
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments