
Share0 Bookmarks 164 Reads1 Likes
जीवन सफर*
पल -पल बदल रहा है,
ये जीवन का सफर,
पल भर में क्या हो जाएगा
हर इंसान बे खबर ,
हर पल में छिपा हुआ,
खुशियां या गम।
कभी हंसाती है जिंदगी,
कभी बन जाती है मौत बेरहम,
आशा भरी निगाहों से सपने बुन रहा,
इंसान हर घड़ी तिनके चुन रहा,
वक्त के हाथों से होकर बेखबर
पल -बदल रहा है ये जीवन सफर ।
कभी श्रद्धा लिए मंदिर में चला जाता है,
कभी किसी मजार पर चादर चढा कर आता है,
अपने जीवन का हर पल ,
बस एक एक पल की खुशी का इंतजार,
बस इसी आशा में रहता जीवन भर,
पल - पल बदल रहा है,
ये जीवन सफर।
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments