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जीना अभी बाकी है – हिंदी कविता
गुजर रही है उम्र,
पर जीना अभी बाकी हैं।
जिन हालातों ने पटका है जमीन पर,
उन्हें उठकर जवाब देना अभी बाकी हैं।
चल रहा हूँ मन्जिल के सफर मैं,
मन्जिल कौ पाना अभी बाकी हैं,
कर लेने दो लोगों को चर्चे मेरी हार के,
कामयाबी का शोर मचाना अभी बाकी हैं ।
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