Share2 Bookmarks 47898 Reads16 Likes
तुम रोज़ मिलते हो मुझसे ख्वाब में
कमाल ये है कि तुमको पता ही नहीं
तुम्हारी खामोशी से मैं डर गया इतना,
सोचा तो बहुत, पर कुछ कहा ही नहीं
तुमसे ज्यादा थी मुझे फिक्र तुम्हारी No posts
No posts
No posts
No posts
तुम रोज़ मिलते हो मुझसे ख्वाब में
कमाल ये है कि तुमको पता ही नहीं
तुम्हारी खामोशी से मैं डर गया इतना,
सोचा तो बहुत, पर कुछ कहा ही नहीं
तुमसे ज्यादा थी मुझे फिक्र तुम्हारी No posts
No posts
No posts
No posts
Comments