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गिर रहे हैं पत्ते पेड़ से तो गिर जाने दे
कुछ दिन बाद ये फिर आ जाएंगे
जा रहा है वो तो उसको जाने दे
आ जाएगा लोट के उसका मन भर जाने दे
जानता हूँ बिना पतों के पेड़ कैसा लगता है
जानता हूँ बिना बच्चो के घर कैसा लगता है
संभल जाएगा वो उसे ठोकर त
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