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पत्थर का सीना चाक कर
उम्मीद का पौधा जन्मा है
उसके सीने में भी दिल था
प्यार की बारिश से पसीजा है।
मं शर्मा( रज़ा)
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पत्थर का सीना चाक कर
उम्मीद का पौधा जन्मा है
उसके सीने में भी दिल था
प्यार की बारिश से पसीजा है।
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