
Share0 Bookmarks 4 Reads0 Likes
कभी उम्मीद हो
कभी आस हो
दिल सुनता है जिसे
वो आवाज़ हो
आगोश में था
अभी अभी मेरे
वो हसीं अहसास
तुम ही तो हो।
मं शर्मा (रज़ा)
No posts
No posts
No posts
No posts
कभी उम्मीद हो
कभी आस हो
दिल सुनता है जिसे
वो आवाज़ हो
आगोश में था
अभी अभी मेरे
वो हसीं अहसास
तुम ही तो हो।
मं शर्मा (रज़ा)
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments