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कभी कभी
मेरा मन चाहता है
मरूस्थल की तपती
चमचमाती रेत हो जाना
पानी को तरसती
तपती रेत पर
बनते बिगड़ते
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मेरा मन चाहता है
मरूस्थल की तपती
चमचमाती रेत हो जाना
पानी को तरसती
तपती रेत पर
बनते बिगड़ते
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