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सीलन इन दीवारों की
धीरे धीरे चली गई
जाते जाते पीछे अपने
गहरे निशान छोड़ गई
जीवन की कुछ यादें भी
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सीलन इन दीवारों की
धीरे धीरे चली गई
जाते जाते पीछे अपने
गहरे निशान छोड़ गई
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