Share0 Bookmarks 43454 Reads0 Likes
माँ को बिलखता छोड़कर
पिता से मुँह फेर कर
भाईओं के हक छीन कर
मैं शिखर पर पहुँच गया हूँ
सब कुछ पीछे छोड़छाड़ कर
घर आँगन बुलाए तो क्या
No posts
No posts
No posts
No posts
माँ को बिलखता छोड़कर
पिता से मुँह फेर कर
भाईओं के हक छीन कर
मैं शिखर पर पहुँच गया हूँ
सब कुछ पीछे छोड़छाड़ कर
घर आँगन बुलाए तो क्या
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments