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जलन को जलने का
दर्द न बता
दर्द को दवा का
पता न बता
मुहब्बत का मसीहा
नहीं है तू
ज़माने को प्रेम का
सबक न सिखा ।
मं शर्मा (रज़ा )
#स्वरचित
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जलन को जलने का
दर्द न बता
दर्द को दवा का
पता न बता
मुहब्बत का मसीहा
नहीं है तू
ज़माने को प्रेम का
सबक न सिखा ।
मं शर्मा (रज़ा )
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