
Share0 Bookmarks 13 Reads0 Likes
हर रंग में जो रंग जाए
हर रंग में जो रम जाए
जिसका रंग कभी न जाए
प्रेम का रंग वही कहाए
एक ही रंग में रंगे दोनों
क्या मीरा क्या राधा
प्रीत का रंग इतना गहरा
उतरा ना जीवन सारा ।
मं शर्मा (रज़ा)
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments