पर्व's image
Share0 Bookmarks 30623 Reads1 Likes

सूरज को उगते देखा

शाम को ढलते देखा

रात को महफूज़ कर

नींदों को उड़ते देखा


सृष्टि के इस चक्र को

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts