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चूम लूँ इस धरा को
जिसमें मैंने जन्म लिया
मातृभूमि के प्राश्रय में
जीवन मेरा संवर गया
कृतार्थ रहूँगा जीवनभर<
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जिसमें मैंने जन्म लिया
मातृभूमि के प्राश्रय में
जीवन मेरा संवर गया
कृतार्थ रहूँगा जीवनभर<
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