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जिम्मेदारियां

Manju SharmaManju Sharma March 24, 2023
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जिम्मेदारियों बढ़ती गईं

कंधे झुकते गए

बोझ उठाते उठाते

जिस्म भी पथरा गए


ग़म और खुशी के फर्क

हौले हौले मिट गए

रूह मर मरके जिंदा रही

जिस्म आते जाते रहे ।



मं शर्मा (रज़ा)

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