इंसानियत's image
Share0 Bookmarks 31560 Reads0 Likes

इंसानों की जात थी

इंसानियत की बात थी

तुम कैसे भूल गए

इंसानों पर घात की


न तेरे अभिमान

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts