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चौड़ा सीना
ऊँची नाक
उन्नत मस्तक
दमकता ललाट
चरण पखारे
जल की धारा
गगन चूमती
विशाल काया
गले में सर्प
चेहरे पर दर्प
तेरी नज़र
हरे हर मर्ज़।
मं शर्मा (रज़ा)
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चौड़ा सीना
ऊँची नाक
उन्नत मस्तक
दमकता ललाट
चरण पखारे
जल की धारा
गगन चूमती
विशाल काया
गले में सर्प
चेहरे पर दर्प
तेरी नज़र
हरे हर मर्ज़।
मं शर्मा (रज़ा)
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