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घनन घनन
बरस रहे घन
मन नाच रहा
होकर मगन
कोयल कूकें
नाच रहे मोर
झूले की पींगें
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घनन घनन
बरस रहे घन
मन नाच रहा
होकर मगन
कोयल कूकें
नाच रहे मोर
झूले की पींगें
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