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रूठों को मना दे
गिले सारे भुला दे
आवभगत सिखा दे
दूरियां मिटा दे
एक प्याली चाय की
पुराना रंग जमा दे
अपनापन फैला दे
पास बैठना सिखा दे
प्यार का जादू चला दे
एक प्याली चाय की
उदासी भगा दे
स्फूर्ति दिला दे
काम पर लगा दे
दिन की शुरूआत है
एक प्याली चाय की ।
मं शर्मा (रज़ा)
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