द्रवित दृग's image
Share0 Bookmarks 59 Reads0 Likes

द्रवित दृगों के खारे पानी ने

बेकल मन से ये पूछा

कहाँ है तेरी शोख मस्तियाँ

कहाँ है बचपन सा उत्साह


बुझा बुझा क्यों रहता

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts