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कुछ तो पीछे छूट रहा है
धीरे धीरे बिछड़ रहा है
भीतर से खाली हो रहा हूँ
धीमे धीमे मर रहा हूँ।
मिलना जुलना
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कुछ तो पीछे छूट रहा है
धीरे धीरे बिछड़ रहा है
भीतर से खाली हो रहा हूँ
धीमे धीमे मर रहा हूँ।
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