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तपते सूरज से
अग्नि बरसे
प्यासी धरती
पानी को तरसे
कौन मिटाए
इनकी अगन
जाने
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तपते सूरज से
अग्नि बरसे
प्यासी धरती
पानी को तरसे
कौन मिटाए
इनकी अगन
जाने
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