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इतनी देर होगी
गुमां न था
फिर संभलने का
सामां न होगा
पता न था
क्या छूटा है
क्या टूटा है
कोई जाने कैसे
इस बात का
अंदाज़ा न था ।
मं शर्मा (रज़ा)
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इतनी देर होगी
गुमां न था
फिर संभलने का
सामां न होगा
पता न था
क्या छूटा है
क्या टूटा है
कोई जाने कैसे
इस बात का
अंदाज़ा न था ।
मं शर्मा (रज़ा)
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