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उपयोगिता खत्म हुई जबसे
सामान बन के रह गया हूँ
निरूद्देश्य जीवन जीते जीते
एक सतत विराम हुआ हूँ
घर की रंगीन दीवारों पर
लटका हुआ कैलेंडर हूँ
मैं दिसंबर के सर्द माह सा
कैलेंडर का आखिरी पृष्ठ हुआ है।
मं शर्मा( रज़ा)
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