
Share0 Bookmarks 74 Reads0 Likes
जब भी काँटों पे धार आएगी
हर चमन में बहार आएगी
चुप हैं तारीख़ के पन्ने बेशक
खण्डहरों से पुकार आएगी
इस तरफ़ क़ाफ़िले को लूटोगे
उस तरफ़ से क़तार आएगी
ख़्वाब आँखों के सच क
No posts
No posts
No posts
No posts
जब भी काँटों पे धार आएगी
हर चमन में बहार आएगी
चुप हैं तारीख़ के पन्ने बेशक
खण्डहरों से पुकार आएगी
इस तरफ़ क़ाफ़िले को लूटोगे
उस तरफ़ से क़तार आएगी
ख़्वाब आँखों के सच क
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments