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धान है,चरी है
हर तरफ घास है।
आओ कभी मेरे गांव
मेरा गांव खास है।
आलू है प्याज है
मटर की भी आस है।
नदी है नहर है
समय अब दोपहर है
जीवन का उल्लास है।
गाय हैं बैल है
रेत है खेत है
ज्ञ
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