
Share0 Bookmarks 22 Reads1 Likes
अंधेरे से इश्क़ है तुझे
रोशनी की इबादत क्यों !
आंखों को यों न देखो बार बार
अंधेरे से इतनी मोहब्बत क्यों !
कॉपरनिकस हो या गैलीलियो
बेंज हो या भगत सिंह
बोलोगे तो कत्ल
कर दिए जाओगे !
यहां सन्नाटा ही
जिंदगी है
गर नही समझे
चुप किये जाओगे।
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments