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किताबों के पन्नों के बीच उनकी तस्वीर मिल गईं,
वो किसी मोड़ पर मुझे तन्हा खड़ी मिल गईं..
मैंने सोचा था कि मुझसे बिछड़ कर खुश होंगी,
लेकिन वो तो दिलों के दर्दों से भरी मिल गईं..
मुझे अपनी ओर आते देख मुस्कुरा दी उसने,
जैसे कि उनके बेचैन दिल को सुकून सी मिल गईं..
मैंने जैसे ही उनका नाम अपने जुबां से ली,
तो उनकी आंखों से खुशी कि आंसू छलक गईं..
मैंने पूछा उनसे हालत उनकी तो,
वो मुझ से लिपट कर रोने लग गईं..
बातें हो ही रही थी कि उनके घर से फ़ोन आया,
वो मुझ को अलविदा बोल उदास हो कर घर गईं..
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